
हाइलाइट
- गर्भवती महिलाओ को निशुल्क सोनोग्राफी की जांच।
- निशुल्क सोनोग्राफी किसी भी सरकारी और निजी अनुबंधित केन्द्रो पर होगी।
- डॉक्टर की अनुमति पर लाभार्थी को दूसरी सोनोग्राफी भी निशुल्क प्रदान की जाएगी।
ग्राहक देखभाल फ़ोन नंबर
- योजना से जुडी कोई भी समस्या या जानकारी के लिए महिला योजना के नोडल विभाग के कार्यालय या आंगनवाड़ी कर्मचारी से संपर्क कर सकती है।
योजना का अवलोकन
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योजना का नाम | राजस्थान माँ वाउचर योजना |
आरम्भ वर्ष | 2024. |
लाभ | निशुल्क सोनोग्राफी। |
लाभार्थी | राज्य की गर्भवती महिलाए। |
नोडल विभाग | चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग। |
सब्सक्रिप्शन | योजना की निरंतर जानकारी के लिए यहाँ सब्सक्राइब करे। |
आवेदन का तरीका | माँ वाउचर योजना के आवेदन पत्र के माध्यम से। |
योजना के बारे में
- राज्य की महिलाओ के उत्थान एवं समग्र विकास हेतु राज्य सरकार ने कई योजनाओ को लागु किया है।
- इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए राजस्थान सरकार ने राज्य की गर्भवती महिलाओ के लिए "माँ वाउचर योजना" को जारी किया है।
- योजना को मुख्य उद्देश्य राज्य की गर्भवती महिलाओ को निशुल्क सोनोग्राफी की जांच उपलब्ध करवाना है।
- महिलाओ का यह जांच राज्य के अधिकृत सरकारी एवं निजी केन्द्रो पर निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी।
- हालाँकि यह जांच राज्य के सरकारी अस्पतालों में पहले से ही निशुल्क प्रदान कराई जा रही है, लेकिन कई ग्रामीण क्षेत्रों में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है।
- इस योजना की सहायता से ग्रामीण महिला अब सोनोग्राफी की निशुल्क जांच का लाभ निजी जाँच केंद्र से उठा सकती है।
- माँ वाउचर योजना का लाभ राज्य की तीन महीने से ऊपर की गर्भवती महिला उठा सकती है।
- अमूमन गर्भावस्था के दौरान महिला को दो बार सोनोग्राफी की जांच करने की सलाह दी जाती है, जिसमे पहली 6 से 12 हफ्तों में और दूसरी 13 से 26 हफ्तों में।
- सरकार द्वारा माँ वाउचर योजना के तहत पहली सोनोग्राफी की जांच निशुल्क दी जाएगी।
- यदि डॉक्टर द्वारा दूसरी जांच करने की सलाह दी जाती है तो प्रदेश सरकार दूसरी जांच को भी निशुल्क प्रदान करेगी।
- राजस्थान माँ वाउचर योजना के लागु होने से राज्य की गर्भवती महिला को सोनोग्राफी की जांच में होने वाले अतिरिक्त खर्च का बोझ दूर होगा।
- राजस्थान सरकार द्वारा जारी माँ वाउचर योजना का पूरा नाम 'राजस्थान मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य (माँ) वाउचर योजना है'।
- इस योजना को अन्य नामो से भी जाना जाता है, जैसे की 'राजस्थान मुख्यमंत्री माँ वाउचर योजना', या 'माँ वाउचर योजना राजस्थान', या माँ वाउचर योजना' और राजस्थान माँ योजना'।
- प्रारम्भ में सरकार द्वारा योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में राज्य के तीन जिलों में मार्च माह में लांच किया गया था।
- इसकी सफलता पश्चात सरकार ने माँ वाउचर योजना को पूरे राज्य में लागु करने का निर्णय लिया।
- योजना को सम्पूर्ण राज्य में लागु करने हेतु सरकार ने चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को इसका नोडल विभाग चयनित किया गया है।
- लाभार्थी महिला के सरकारी अस्पताल में इलाज हेतु जाने पर महिला का पंजीयन पीसीटीएस पोर्टल पर की जाएगी।
- यह पंजीयन प्रत्येक माह की 9, 18 एवं 27 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के तहत की जाएगी।
- पोर्टल पर एंट्री होने के पश्चात महिलाओ को जिला अस्पताल या पीएचसी या सीएचसी के तरफ से महिला के मोबाइल नंबर पर इ-वाउचर भेजा जाएगा।
- लाभार्थी महिला इस वाउचर को अधिकृत केंद्र पर दिखाकर सोनोग्राफी की जाँच करवा सकती है।
- राजस्थान माँ वाउचर योजना के अंतर्गत जारी इन वाउचर की वैधता पूरे 30 दिनों की होगी।
- यदि किसी कारणवश महिला इन 30 दिनों में जांच न करवा पाए तो वह इस वाउचर की वैधता को अस्पताल जाकर 30 दिनों के लिए और बढ़ा सकती है।
- योजना के लाभार्थियो की स्थिति चेक करने हेतु राज्य सरकार ने पी.सी.टी.एस, पी.सी.पी.एन.डी.टी इम्पैक्ट और ओजस सॉफ्टवेयर के साथ मिलकर एक ऑनलाइन प्रणाली विकसित की है।
- राजस्थान माँ वाउचर योजना का लाभ पी.सी.टी.एस पंजीकृत महिला को ही दिया जाएगा।
- योजना से राज्य की करीब 2.5 लाख गर्भवती महिला लाभान्वित होंगी जिसके लिए सरकार द्वारा करीब 10 करोड़ खर्च किये जाएंगे।
योजना में लाभार्थियों को मिलने वाले लाभ
- राजस्थान माँ वाउचर योजना के तहत राज्य की गर्भवती महिला को निम्न लाभ प्राप्त होंगे : -
- निशुल्क सोनोग्राफी की जांच।
- निशुल्क सोनोग्राफी किसी भी सरकारी और निजी अनुबंधित केन्द्रो पर होगी।
- डॉक्टर की अनुमति पर लाभार्थी को दूसरी सोनोग्राफी भी निशुल्क प्रदान की जाएगी।
पात्रता की शर्तें
- राजस्थान माँ वाउचर योजना का लाभ केवल उन्ही महिलाओ को प्राप्त होगा जो निम्नलिखित पात्रता को पूर्ण करेंगी : -
- महिला राज्य की स्थायी निवासी हो।
- महिला कम से कम 3 तीन महीने की गर्भवती हो।
- महिला प्रधान मंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की लाभार्थी हो।
- पीसीटीएस पोर्टल पर पंजीकृत महिला।
लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- राजस्थान माँ वाउचर योजना के लिए लाभार्थी महिला से निम्न दस्तावेज मांगे जा सकते है : -
- आधार कार्ड।
- जन आधार कार्ड।
- मोबाइल नंबर।
- राशन कार्ड।
- पीसीटीएस पंजीकृत नंबर।
आवेदन की प्रक्रिया
- राजस्थान माँ वाउचर योजना का लाभ राज्य की सभी दूसरी एवं तीसरी माह गर्भवती महिला उठा सकती है।
- योजना के लाभ हेतु लाभार्थी महिला को इसके लिए पंजीकरण करना आवश्यक नहीं है।
- हालाँकि लाभ प्राप्त करने के लिए महिला को पी.सी.टी.एस पोर्टल पर पंजीकृत होना आवश्यक है।
- महिला अपना पीसीटीएस पंजीकरण आंगनवाड़ी कार्यकर्ता या आशा वर्कर की सहायता से कर सकती है।
- इसके अतिरिक्त प्रत्येक माह की 9, 18 एवं 27 तारीख को नजदीकी स्वस्थ्य केंद्र जाकर योजना का लाभ एवं पीसीटीएस के लिए पंजीयन करवा सकती है।
- इसके पंजीयन के लिए लाभरहित महिला के पास जनाधार कार्ड, आधार कार्ड, एवं चालू मोबाइल नंबर होना आवश्यक है।
- डॉक्टर द्वारा महिला को सोनोग्राफी करवाने पर अस्पताल कर्मचारी द्वारा महिला से उनके जनाधार नंबर, आधार नंबर और पीसीटीएस पर पंजीकृत मोबाइल नंबर जैसे विवरण देना होगा।
- कर्मचारी द्वारा विवरण दर्ज करने के पश्चात महिला के मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा।
- इस ओटीपी को कर्मचारी के साथ साझा करने पर महिला को माँ वाउचर जारी होगी जिसकी जानकारी एसएमएस के माध्यम से भी प्राप्त होगी।
- इस माँ वाउचर को महिला नजदीकी जाँच केंद्र में प्रस्तुत करके निशुल्क सोनोग्राफी का लाभ ले सकेंगी।
- माँ वाउचर की वैधता इसके जारी होने की तिथि से अगले 30 दिवस तक होगी।
महत्वपूर्ण लिंक
सम्पर्क करने का विवरण
- योजना से जुडी कोई भी समस्या या जानकारी के लिए महिला योजना के नोडल विभाग के कार्यालय या आंगनवाड़ी कर्मचारी से संपर्क कर सकती है।
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