इंदिरा रसोई योजना के अंदर दाल रोटी चावल और एक सब्जी देते हैं मीनू के अंदर लिखा होने पर भी bankliगांव की इंदिरा रसोई के अंदर चावल आज तक खाने वाले को नहीं देते हैं कभी-कभी हरी सब्जी भी नहीं बनाते हैं सिर्फ दाल देकर लोगों को भेज देते हैं काउंटर पर कोई लेडिस है उसकी मनमानी बहुत चल रही है यह सुधार हो गया तो लोगों का और इंदिरा रसोई के प्रति आकर्षण होंगे और इंदिरा रसोई का स्वाद लेने के लिए लोग जाएंगे मगर कुछ सुविधाओं की दुविधा के कारण लोग जाने के लिए प्रसन्न नहीं करते हैं यह कुछ सुधार हो जाए तो आमजन के लिए अच्छा रहेगा कंप्यूटर के ऊपर जो लेडिस है उसकी मनमानी काफी चल रही है कोई स्वार्थ भावना भी है इसके अंदर इनको हटकर कोई ओबीसी की लगा दी गई तो ओबीसी जनरल सब लोग इंदिरा रसोई का भोजन ग्रहण कर सकते हैं मेरा सुझाव है और उसको सुधारना जरूरी है और जो मीनू में चावल है वह भी देना जरूरी है लेकिन उसे लेडिस की मनमानी के हिसाब से वह नहीं दे रही है इसके ऊपर विशेष ध्यान दिया जाए
इंदिरा रसोई योजना के अंदर दाल रोटी चावल और एक सब्जी देते हैं मीनू के अंदर लिखा होने पर भी bankliगांव की इंदिरा रसोई के अंदर चावल आज तक खाने वाले को नहीं देते हैं कभी-कभी हरी सब्जी भी नहीं बनाते हैं सिर्फ दाल देकर लोगों को भेज देते हैं काउंटर पर कोई लेडिस है उसकी मनमानी बहुत चल रही है यह सुधार हो गया तो लोगों का और इंदिरा रसोई के प्रति आकर्षण होंगे और इंदिरा रसोई का स्वाद लेने के लिए लोग जाएंगे मगर कुछ सुविधाओं की दुविधा के कारण लोग जाने के लिए प्रसन्न नहीं करते हैं यह कुछ सुधार हो जाए तो आमजन के लिए अच्छा रहेगा कंप्यूटर के ऊपर जो लेडिस है उसकी मनमानी काफी चल रही है कोई स्वार्थ भावना भी है इसके अंदर इनको हटकर कोई ओबीसी की लगा दी गई तो ओबीसी जनरल सब लोग इंदिरा रसोई का भोजन ग्रहण कर सकते हैं मेरा सुझाव है और उसको सुधारना जरूरी है और जो मीनू में चावल है वह भी देना जरूरी है लेकिन उसे लेडिस की मनमानी के हिसाब से वह नहीं दे रही है इसके ऊपर विशेष ध्यान दिया जाए